दोगला चरित्र दोगला चरित्र
मतलब के जलवे, बिखरे पड़े है यहाँ हर कोई, अपना उल्लू, सीधा करता है यहाँ ज़मीन से, आसमान तक, होड़... मतलब के जलवे, बिखरे पड़े है यहाँ हर कोई, अपना उल्लू, सीधा करता है यहाँ ज़मी...
क्यों अपनी इन हरकतों से आखिर ये ज़माना बाज़ नहीं आता है। क्यों अपनी इन हरकतों से आखिर ये ज़माना बाज़ नहीं आता है।
छल कपट सीखी नहीं धर्म निभाती आयी हूँ। पर तुम सोचते हो तुम्हारी जागीर हूँ। छल कपट सीखी नहीं धर्म निभाती आयी हूँ। पर तुम सोचते हो तुम्हारी जागीर हूँ।
घरोंदे बन के ख़ुद में हमें पनाह देता तो कभी भूकम्प ज़लज़ले में विनाशकारी लीला रच लेता शिल्पी के हथौड़... घरोंदे बन के ख़ुद में हमें पनाह देता तो कभी भूकम्प ज़लज़ले में विनाशकारी लीला रच ल...
प्रसंग: न्यायालय में खड़ी न्याय की आस लगाए लड़की से जिसका बलात्कार हुआ है वकील उसके चरित्र पर प्रश्न... प्रसंग: न्यायालय में खड़ी न्याय की आस लगाए लड़की से जिसका बलात्कार हुआ है वकील उ...